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What is the Hindi name for Epsom salt? A comprehensive guide

1 min read

Epsom salt, a mineral compound known for its therapeutic uses, is often misunderstood in its Hindi translation. The compound, scientifically known as magnesium sulphate (MgSO₄), has been used for centuries across various health and horticultural applications, making its correct identification crucial for users.

Quick Summary

This article explains the Hindi and scientific names for Epsom salt, clarifies its distinction from rock salt (Sendha Namak), and details its diverse uses in home remedies and gardening.

Key Points

  • सही हिंदी नाम: एप्सम सॉल्ट को हिंदी में 'मैग्नीशियम सल्फेट' (Magnesium Sulphate) या 'एप्सम लवण' (Epsom Lavan) कहते हैं.

  • सेंधा नमक से भिन्नता: यह सेंधा नमक (सोडियम क्लोराइड) से रासायनिक रूप से अलग होता है और इसका उपयोग भोजन में नहीं किया जाता है.

  • मांसपेशियों को आराम: एप्सम सॉल्ट का उपयोग गर्म पानी में मिलाकर स्नान करने से मांसपेशियों के दर्द और तनाव से राहत मिलती है.

  • बागवानी में सहायक: यह पौधों के लिए एक अच्छा उर्वरक है, जो बीज के अंकुरण और पत्तियों को हरा-भरा रखने में मदद करता है.

  • उपयोग में सावधानी: मौखिक रूप से इसका प्रयोग केवल चिकित्सकीय देखरेख में करना चाहिए, और इसका अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए.

In This Article

व्हाट इज द हिंदी नेम फॉर एप्सम सॉल्ट? (What is the Hindi name for Epsom salt?)

एप्सम सॉल्ट, एक खनिज यौगिक, को हिंदी में कई नामों से जाना जाता है, लेकिन इसका सबसे सटीक और वैज्ञानिक नाम मैग्नीशियम सल्फेट है। कुछ लोग इसे एप्सम लवण के नाम से भी जानते हैं, जो इसके मूल स्थान, इंग्लैंड के एप्सम शहर पर आधारित है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि एप्सम सॉल्ट, जिसे अक्सर 'सेंधा नमक' या 'रॉक सॉल्ट' के रूप में गलत समझा जाता है, दोनों से अलग है, क्योंकि उनकी रासायनिक संरचना भिन्न होती है।

एप्सम सॉल्ट और सेंधा नमक में अंतर

कई लोगों को यह गलतफहमी होती है कि एप्सम सॉल्ट और सेंधा नमक एक ही हैं। जबकि दोनों ही नमक जैसे दिखते हैं, उनकी रासायनिक संरचना और उपयोग में बड़ा अंतर होता है। नीचे दी गई तालिका में इन दोनों के बीच के प्रमुख अंतर को समझाया गया है।

विशेषता एप्सम सॉल्ट (मैग्नीशियम सल्फेट) सेंधा नमक (सोडियम क्लोराइड)
रासायनिक सूत्र MgSO₄·7H₂O NaCl
मुख्य घटक मैग्नीशियम, सल्फर और ऑक्सीजन सोडियम और क्लोरीन
स्वाद कड़वा नमकीन
उपयोग मांसपेशियों में आराम, डिटॉक्स बाथ, बागवानी भोजन और उपवास में उपयोग
अन्य नाम एप्सम लवण रॉक सॉल्ट

एप्सम सॉल्ट के मुख्य उपयोग

एप्सम सॉल्ट का उपयोग केवल स्वास्थ्य तक ही सीमित नहीं है; इसका इस्तेमाल कई अन्य क्षेत्रों में भी होता है।

  • मांसपेशियों में दर्द से राहत: इसे गर्म पानी में मिलाकर स्नान करने से मांसपेशियों के दर्द और सूजन से राहत मिलती है।
  • तनाव कम करना: एप्सम सॉल्ट बाथ शरीर में मैग्नीशियम के स्तर को बढ़ाकर सेरोटोनिन के उत्पादन में मदद करता है, जिससे तनाव कम होता है।
  • कब्ज से राहत: मौखिक रूप से लेने पर, यह कब्ज के लिए एक रेचक के रूप में कार्य कर सकता है, लेकिन यह केवल चिकित्सकीय देखरेख में ही किया जाना चाहिए।
  • बागवानी में उर्वरक: इसमें मौजूद मैग्नीशियम पौधों में क्लोरोफिल के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे पौधे हरे-भरे रहते हैं। यह बीज के अंकुरण में भी मदद करता है।
  • त्वचा का एक्सफोलिएशन: इसे शॉवर जेल के साथ मिलाकर प्राकृतिक बॉडी स्क्रब के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • पेडीक्योर और फुट सोक: पैरों को गर्म एप्सम सॉल्ट वाले पानी में डुबोने से थकान और दर्द से राहत मिलती है।

बागवानी में एप्सम सॉल्ट का प्रयोग कैसे करें

एप्सम सॉल्ट का सही तरीके से इस्तेमाल करने से पौधों को बहुत लाभ हो सकता है।

पत्तों पर छिड़काव (फोलियर स्प्रे)

  1. एक लीटर पानी में एक चम्मच (लगभग 4-5 ग्राम) एप्सम सॉल्ट मिलाएं।
  2. इस घोल को अच्छी तरह मिला लें ताकि सॉल्ट पूरी तरह से घुल जाए।
  3. पौधों की पत्तियों पर इस घोल का छिड़काव करें, खास तौर पर उन पत्तियों पर जो पीली पड़ रही हैं।
  4. यह छिड़काव सुबह या देर शाम को करना सबसे अच्छा होता है, ताकि धूप से वाष्पीकरण न हो।

मिट्टी में प्रयोग

  1. लगभग 10 इंच के गमले के लिए, एक चम्मच एप्सम सॉल्ट सीधे मिट्टी में मिलाएं।
  2. एप्सम सॉल्ट मिलाने से पहले मिट्टी को थोड़ा नम करें।
  3. सॉल्ट को मिट्टी में अच्छी तरह से मिला दें और फिर हल्का पानी डालें।
  4. इस विधि का प्रयोग महीने में एक बार ही करें ताकि पौधों को नुकसान न हो।

एप्सम सॉल्ट का उपयोग करते समय सावधानियां

  • मौखिक सेवन: कब्ज के लिए इसे मौखिक रूप से केवल चिकित्सकीय सलाह पर ही लेना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा से दस्त हो सकते हैं।
  • बाहरी उपयोग: संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को एलर्जी की जाँच करने के लिए पहले एक छोटे से हिस्से पर परीक्षण करना चाहिए।
  • पौधों पर उपयोग: पौधों पर इसका अधिक उपयोग न करें, क्योंकि यह उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।
  • गुर्दे के विकार: गंभीर गुर्दे की हानि वाले मरीजों को एप्सम सॉल्ट का उपयोग सावधानी से करना चाहिए और चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।

निष्कर्ष

एप्सम सॉल्ट का हिंदी नाम मैग्नीशियम सल्फेट (मैग्निशियम सल्फेट) है, जिसे अक्सर एप्सम लवण भी कहा जाता है। यह सेंधा नमक से बिल्कुल अलग है और इसका उपयोग मुख्य रूप से स्वास्थ्य लाभ और बागवानी के लिए होता है। इसे गर्म पानी में मिलाकर स्नान करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है, तनाव कम होता है, और यह पौधों के विकास के लिए एक प्रभावी उर्वरक है। हालांकि, किसी भी चिकित्सा उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। एप्सम सॉल्ट का सही ज्ञान हमें इसके विभिन्न लाभों का सुरक्षित और प्रभावी ढंग से उपयोग करने में मदद करता है।

Mayo Clinic website on Magnesium Sulfate

Frequently Asked Questions

एप्सम सॉल्ट का वैज्ञानिक नाम मैग्नीशियम सल्फेट है। इसे एप्सम लवण भी कहते हैं.

नहीं, ये दोनों अलग-अलग होते हैं। एप्सम सॉल्ट मैग्नीशियम सल्फेट है, जबकि सेंधा नमक सोडियम क्लोराइड है.

एप्सम सॉल्ट का उपयोग मौखिक रूप से कब्ज के लिए किया जाता है, लेकिन इसका सेवन केवल चिकित्सकीय सलाह पर ही करना चाहिए। इसका स्वाद कड़वा होता है.

एप्सम सॉल्ट में मैग्नीशियम होता है, जो पौधों में क्लोरोफिल के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे पौधे हरे-भरे और स्वस्थ रहते हैं। यह बीज के अंकुरण में भी सहायक है.

हाँ, एप्सम सॉल्ट को गर्म पानी में मिलाकर स्नान करना सुरक्षित है। यह मांसपेशियों के दर्द और तनाव को कम करने में मदद करता है.

एप्सम सॉल्ट प्राकृतिक रूप से खनिजों में पाया जाता है और यह कई फार्मेसियों और ऑनलाइन स्टोर पर उपलब्ध होता है.

पौधों में इसका उपयोग हर 15-20 दिनों में एक बार करना चाहिए, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं, क्योंकि यह पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है.

References

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Medical Disclaimer

This content is for informational purposes only and should not replace professional medical advice.